जब से जुदा हुये है उनसे हम,
दिल ने हमारा धड़कना छोड़ दिया,
दीवाने कुछ ऐसे थे उनके प्यार में की,
उनके जाने के बाद होटों ने मुस्कुराना छोड़ दिया..!!
तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था,
शायद तुझे वक्त, गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी।
ताला लगा दिया दिल को,
अब तेरे बिन किसी का अरमान नहीं,
बंद होकर फिर खुल जाए,
ये कोई दुकान नहीं।
मेरी ज़िंदगी मेँ खुशियाँ तुम्हारे बहाने से हैँ..
आधी तुम्हें सताने से है आधी तुम्हें मनाने से है..!!
तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,
तू एक नज़र हम को देख ले बस,
इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
हा मेरी शिकायत है ये उनकी नज़रों की इनायत है ये,
हा मेरी चाहत है ये हा मेरी चाहत है ये...