आज कितने दीनो बाद हुई यह बरसात है,
याद दिलाती यह आपकी हर बात है,
मुझे मालूम है आपकी आँखों में है नींद,
आप चैन से सो जाओ कितनी हसीन रात है..!!
किस से सीखू मैं खुदा की बंदगी,
सब लोग खुदा के बँटवारे किए बैठे है,
जो लोग कहते है खुदा कण कण में है,
वही मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे लिए बैठे हैं..!!
तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा,
साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा.
बेजान चीज़ो को बदनाम करने के
तरीके कितने आसान होते है,
लोग सुनते है छुप छुप के बाते ,
और कहते है के दीवारो को भी कान होते हैं !!
अपना ख्याल रखा करो मेरे लिए,
बेशक़ सांसे तुम्हारी चलती है लेकिन तुम में जान तो हमारी बस्ती है.
हर दिल मे दर्द छुपा होता है,
बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कुछ लोग आँखो में दर्द बता देते है,
और किसी का दर्द हसी में छुपा होता है..!!