सिर्फ वक्त ही गुजारना हो तो किसी और को आजमा लेना
हम तो चाहत और दोस्ती दोनों इबादत की तरह करते है
कोन कहता है रूह की कोई खाविश नहीं,
जब साँसे थी तब कोई आज़माइश नहीं,
टूटा है अरमान उन आवाज़ों के
जिनके नसीब मे जीने की कोई नुमाइश ही नही…
यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करती हूँ,
यह वो गुनाह है जो मैं बार बार करती हूँ,
जलाकर हसरत की राह पर चिराग,
मैं सुबह और शाम तेरे मिलने का इंतज़ार करती हूँ....
सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए,
मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए,
ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में,
ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए..!!
लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया,
जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,
पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा,
दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया..!!
दिल जीत लु वो नजर मै भी रखता हूँ,
भीड में नजर आऊ वो हुनर रखता हूँ,
वादा किया है मैने मुस्कराने का वरना,
इन आँखो मैं समंदर मै भी रखते है..!!