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आपकी हसी पे छिडकते हैं हम जान

आपकी हसी पे छिडकते हैं हम जान,
आपकी खुशी पे तो है सब कुछ कुर्बान
आपके बिन तो ये जहाँ लगे वीरान
क्यूकी आप तो है जैसे इस दिल का गुलिस्ताँ

ना साथी है कोई ना हमसफर है कोई

ना साथी है कोई ना हमसफर है कोई,
ना हम किसी के ना हमारा है कोई,
पर आपको देख कर कह सकते है,
की दोस्त तो हमारा भी है कोई..!!

हक़ीकत मे जीना जब आदत बन जाती है

हक़ीकत मे जीना जब आदत बन जाती है,
ख्वाबो की दुनिया बेरंग नज़र आती है,
कोई इंतजार करता है जिंदगी के लिए,
और किसी की जिंदगी इंतजार बन जाती है

मुश्किलों से घबराके अब जीना नही चाहते

मुश्किलों से घबराके अब जीना नही चाहते,
दुर तुमसे हो कर अब रहना नही चाहते,
यूँ तो बहुत दोस्त आए इस ज़िंदगी में,
पर तुम जैसे दोस्त को खोना नही चाहते..

जब लफ्ज़ खामोश हो जाते है तब आँखे बात करती है,
पर बड़ा मुश्किल होता है उन सवालो का जवाब देना जब आँखे सवाल करती है...

इन ख़ामोशियो में इतनी गहरी आहटें हें

इन ख़ामोशियो में इतनी गहरी आहटें हें,
जैसे कोई उलझ रहा हो अपने ही सवालो में..
या फिर कोई तलाश रहा हो खुद को
इन सिमटी हुई तन्हाई यों में