अगर वो दरिया-ऐ-हुस्न रखते है
तो हम भी गम-ऐ-सागर रखते है
वो रखते है अगर दामन में, खंज़र-ऐ-बेवफाई
तो हम भी, तन्हाई का गागर रखते है…!!
दर्द की भी अपनी ही एक अदा है...
वो भी सिर्फ सहने वालों पर ही फिदा है.....
मेरे ख्वाबों का अख्ज है तू,
मेरी रूह का ज़ख्म है तू,
कभी मुस्कान हुआ करती थी मैं,
आज मेरी हर दर्द भरी नज़्म है तू ।।
मत कर हिसाब किसी के प्यार का,
कहीं बाद में तू खुद ही कर्ज़दार न निकले।
हमेशा खुश रहना चाहिए,
क्योंकि परेशान होने से कल की मुश्किल
दूर नही होती बल्कि आज का सुकून
भी चला जाता है !!
प्यार ने ये कैसा तोहफा दे दिया,
मुझको ग़मों ने पत्थर बना दिया,
तेरी यादों में ही कट गयी ये उम्र,
कहता रहा तुझे कब का भुला दिया।