आँखों की चमक पलकों की शान हो तुम,
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम,
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरज़ू में,
फिर कैसे ना कहूँ की मेरी जान हो तुम..
आज उसने एक बात कह के मुझे रुला दिया..
जब दर्द बर्दाश्त नही कर सकते तो मोहब्बत क्यो की?
ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए,
न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए,
न भूलेंगे हम उस हसीं पल को,
जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.
ज़िंदगी गुज़री यहा बड़ी नादानी में,
घर बनाते रहे हम बहते हुए पानी में..!!
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला..!!
कभी नीली आसमान पे चलो घूमने चले हम,
कोई अब मिल गया तो ज़मीन पे बरस लें हम..!!