मेरी आँखों में तुम अपनी परछाइयाँ देख लेना,
फुरसत मिले तो दिल की वीरानियाँ देख लेना,
तुम नहीं जानती गर क्या है तुम्हारी अहमियत,
जरा पलटकर तुम हमारी कहानियाँ देख लेना।
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
लौट आती है हर बार मेरी दुआ खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।
नफरतों के जहान में हमको
प्यार की बस्तियां बसानी हैं,
दूर रहना कोई कमाल नहीं,
पास आओ तो कोई बात बने।
तुम रोज उजालो मे हमारा पीछा करते हो,
हम अंधेरों में तुम्हारा इंतजार करते है..!!
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,
लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,
मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा..!!