उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ,
जिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम.
आपकी ज़िंदगी मे कभी गम ना हो,
आपकी आँखे कभी आँसुओ से नम ना हो,
आपको मिले ज़िंदगी भर की खुशी,
भले ही उस खुशी मे हम ना हो…
तेरी लहराती जुल्फे ना जाने क्या कहती है,
तेरी झुकी नज़रो को देखकर लोग क्या कहते है,
हमने सुनी है आपकी तारीफ़ अपने कानो से,
लोग तो आपको ताज महल कहते है
सूरज की किरणों से मिलाती हैं उमंग,
चाँद की चांदनी से होती हैं चाहत,
बहती पवन से होती हैं उड़ान,
लगा के पंख हम उड़ते हैं मंज़िल पे !
Armaano ki ginti to mujhe nahi aati,
Par dil ka ek khayal apse kah du,
Agar pani ki har ek boond pyar ban jaye,
To tohfe me apko saara samander du
आपकी अदा से हम मदहोश हो गये,
आप ने पलट कर देखा तो हम बेहोश हो गये,
यही एक बात कहनी थी आपसे
ना जाने क्यूँ आपको देखते ही हम खामोश हो गये