आशिको का नाम हर गम पे लिखा हैं,
फूलों का नाम सबनम पे लिखा हैं,
तुझे खुद से जुदा कैसे समझू,
तेरा नाम तो दिल की हर धड़कन पे लिखा हैं !!
अब भी ताज़ा है ज़ख़्म सीने में,
बिन तेरे क्या रखा है जीने में,
हम तो ज़िंदा हैं तेरा साथ पाने को,
वरना देर कितनी लगती है ज़हेर पीने में.
वक़्त गुज़रेगा हम बिखर जाएँगे,
कौन जाने की हम किधर जाएँगे,
हम आपकी परछाई हैं याद रखना,
जहाँ तन्हाई मिली वहाँ हम नज़र आएँगे.
अब की सावन मे पानी बरसा बहुत,
पानी की हर बूँद मे वो आए याद बहुत,
इस सुहाने मौसम मे साथ नहीं यहाँ कोई,
बादलो के साथ इन आँखो से पानी बहा बहुत.
फूल खिलते रहे आपकी ज़िंदगी की ऱाह में,
मुस्कान रहे होटो पे और चमक रहे आपकी निगाहो में,
दिल से तो बस एक ही दुआ है
आने वाले साल आप रहे खुशियो की फ़िज़ाओं में…
गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूं ही मुसाफिरों की तरह,
यादें वहीं खडी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह..