बस वो मुस्कुराहट ही कहीं खो गई है,
बाकी तो मैं भी बहुत खुश हूँ आजकल..!!
उनका भी कभी हम दीदार करते है,
उनसे भी कभी हम प्यार करते है,
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी,
पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है..!!
ज्यादा ख्वाहिशें नही ऐ ज़िंदगी तुझसे,
बस़ ज़िंदगी का अगला लम्हा पिछले से बेहरतीन हो..!!
कौन कहता है मुसाफिर जख्मी नही होते
रास्ते गवाह हैं कम्बख्त गवाही नही देते..!!
महफील भले ही प्यार करने वालो की हो,
उसमे रौनक तो "दिल टुटा हुआ शायर" ही लाता है..!!
शम्मा परवाने को जलना सिखाती है,
शाम सूरज को ढलना सिखाती है,
क्यों कोसते हो पत्थरों को जबकि
ठोकरें ही इंसान को चलना सिखाती हैं..!!