तुझे सबका ख़याल पर मेरा नहीं,
मुझे बस तेरा ख़याल है और किसी का नहीं..
तेरे रोज के वादों पे मर जायेंगे हम,
यूँ ही गुजरी तो गुजर जायेंगे हम..
शान से प्यार का इज़हार करेंगे,
तेरी मोहब्बत पे जान भी निसार करेंगे,
देख के जलेगी ये दुनिया सारी,
इस कदर तुझ पे ऐतबार करेंगे…!!!
इश्क का धंधा ही बंद कर दिया साहेब,
मुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल..!!
हमारा वजूद नहीं किसी तलवार
और तख़्त-ओ-ताज का मोहताज,
हम अपने हुनर और होंठो की हंसी
से लोगो के दिल पे राज करते हैं..
वो अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ इतने,
किस किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं।