आप से दुर हो कर हम जाएँगे कहा,
आप जैसा दोस्त हम पाएँगे कहा,
दिल को कैसे भी संभाल लेंगे,
पर आँखो के आँसू हम छुपाएगे कहा??
आँख आपकी बहे तो आँसू मेरे हो,
साँस आपकी चले तो धड़कन मेरी हो,
बस ज़िंदगी मैं यही दिल की तमन्ना है,
के जब भी आप की याद आए आप मेरे सामने हो
हर मर्ज़ का इलाज नहीं दवाखाने में
कुछ दर्द चले जाते है सिर्फ मुस्कुराने में...!!!
आप का हर लम्हा गुलाब हो जाए,
आप का हर पल शादाब हो जाए,
जिन पर बरसती हैं अल्लाह की रहमतें,
आप का भी नाम उन में शुमार हो जाए!
हर जगह हर गली मंजिलें ना मिले,
यूं ही साँसों में सांस लिए सेहरा मेरे रूबरू बंजारा मैं क्या करूं
आज फिर उसकी याद ने रुला दिया,
कैसा हैं ये चेहरा जिसने ये सिला दिया,
दो लफ़्ज लिखने का सलीका ना था,
उसके प्यार ने मुझे शायर बना दिया