कितनी कातिल हैं ये ज़िन्दगी की,
मर जाते हैं किसी पर लोग जीने के खातिर..!!
और भी खूबसूरत ,और भी ऊँचा
मेरे देश का नाम हो जाये!
काश की हर हिन्दू विवेकानंद और हर
मुसलमान कलाम हो जाये!
उसकी प्यारी मुस्कान होश उड़ा देती हैं,
उसकी आँखें हमें दुनिया भुला देती हैं,
आएगी आज भी वो सपने मैं यारो,
बस यही उम्मीद हमें रोज़ सुला देती हैं...
और भी खूबसूरत ,और भी ऊँचा
मेरे देश का नाम हो जाये!
काश की हर हिन्दू विवेकानंद और हर
मुसलमान कलाम हो जाये!
तेरी हर अदा पे जान फिदा मेरी,
तू मुझको मिल जाए बस यही दुआ है मेरी,
तेरे बिना मेरी हर खुशी अधूरी,
तू जो मिल जाए तो मेरी हर दुआ पूरी.
जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज़ रखो
जो तुम्हे ना समझे उन्हें नजर अंदाज़ रखो.