मेरी आँखे ना जाने क्यू उदास रहती है,
मेरी आँखों मे अब किसी की प्यास रहती है,
ये खबर है कि वो मेरी किस्मत मे नही,
फिर भी जाने क्यू उन्हे पाने की आस रहती है
हंसी की राह में ग़म मिले तो क्या करें
वफ़ा की राह में बेवफा मिले तो क्या करें
कैसे बचाये ज़िन्दगी को धोके बाजों से
कोई मुस्कुरा के धोका दे जाये तो क्या करें
आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना,
दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये..!!
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा कुछ याद नहीं,
में हूँ फूल तेरे गुलशन का,
तेरे सिवा मुझ पे किसी का हक़ नहीं..
वो पिला कर जाम लबों से अपनी मोहब्बत का,
अब कहते हैं नशे की आदत अच्छी नही होती !
बड़ी मुश्किल से सीखी थी बेईमानी हमने सब बेकार हो गयी,
अभी तो पूरी तरह सीख भी ना पाए थे की सरकारें ईमानदार हो गयी..!!