Aagosh-e-sitam mein hi chupa le koi,
Tanha hu tadpne se bacha le koi,
Sukhi hain badi der se palko ki zuban,
Bas aaj to ji bhar ke rula le koi..
ताश के पत्तों से ताज महल नहीं बनता;
नदी को रोकने से समुंदर नहीं बनता;
लड़ते रहो ज़िन्दगी से हरपल क्योंकि
एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता..
कोई वादा नही फिर भी तेरा इंतज़ार है
जुदाई के बाद भी तुमसे प्यार है
तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही
मुझसे मिलने को तू अब भी बेकरार है
Dard Se Haath Na Milate To Kya Karte.
Gum Ke Aansu Na Bahate To Kya Karte.
Usne Maangi Thi Roshni Humse.
Hum Khud Ko Na Jalate To Kya Karte.
काश वो समझते इस दिल की तड़प को
तो यूँ हमें रुसवा ना किया होता
उनकी ये बेरूख़ी भी मंज़ूर थी हमें
बस एक बार हमें समझ तो लिया होता!
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भरजाएँगे
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे