तरसती नजरों ने हर पल आपका दीदार मांगा , जैसे अमावस्या ने हर रात चाँद मांगा। रूठ गया ऊपर वाला भी मुझसे, जब हर दुआ में सिर्फ आप जैसा दोस्त मांगा।।