दिल में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
आँखों में यादों की नमी छोड़ जायेंगे,
ढूंढ़ते फिरोगे हमें हर जगह एक दिन,
ज़िन्दगी में ऐसी अपनी कमी छोड़ जायेंगे..!!
गुजरे है आज इश्क में हम उस मुकाम से
नफरत सी हो गयी ह मोहब्बत के नाम से
अपनी तो जिन्दगी भी अजिब कहानी है
जिस चीज को चाहा वो ही बेगानी है
हसते है तो दुनिया को हसाने के लिए
वरना दुनिया डूब जाए इन आखो मे इतना पानी है
आज यह कैसी उदासी छाई है,
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है,
टूट के रोया है फिर मेरा दिल,
जाने आज किसकी याद आई है..!!
Yaadein achchi ho ya buri deti Dard hi hain,
Phir bhi log is Dard Ke liye tadpate haiN
aur kehte haiN "INCREDIABLE MEMORIES”
किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है?
जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है?
कितने खायें है धोखे इन राहों में!
फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?