दिल टूटना सज़ा है मोहब्बत की,
दिल जोड़ना अदा है दोस्ती की,
माँगे जो कुर्बानी वो है मोहब्बत,
जो बिन माँगे हो जाए कुर्बान,
वो है दोस्ती हमारी!
मैं ये नही कहता की,
कोई तुम्हारे लिए दुआ ना माँगे,
मैं बस इतना चाहता हूँ की,
कोई दुआ मे तुम्हे ना माँगे!
ख़ुशी का हर पल हो तुम्हारे लिए
बहारों का गुलिस्तां हो तुम्हारे लिए
कामयाबी की मंज़िल हो तुम्हारे लिए
बस एक पल तुम्हारा हो हमारे लिए!
आप गैरों की बात करते हैं
हमने अपने भी आज़माए हैं
लोग काटो से बच के चलते हैं
हमने फूलों से भी ज़ख्म खाए हैं!
पुराना साल सुबसे हो रहा है दूर
क्या करें यही है कुद्रत का दस्तूर
बीती यादें सोचकर उदास ना हो तुम
नये साल के जश्न मे धूम मचाओ धूम!!
दिल से रोए मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिये ज़िंदगी लुटा बैठे