चेहरे पे चेहरा लगाये बैठे हैं,
आन्सुओ को पलको मे दवाये बैठे हैं,
मै भूल ना पाया उन्हे एक पल भी,
एक वो है जालिम जो हमे भुलाये बैठे हैं,
*सम्राट कि कलम से*
Samrat Shubham Ahirwar
सिख लिया है तेरे बिन अब रहना,
जिंदगी जीने के लिए एक तु जरुरी तो नहीं,!!
*सम्राट कि कलम से*
Samrat Shubham Ahirwar
मै नहीं हूँ इतना हसीन कि हर किसी के दिल मे बस जाऊ!!
मगर जिस के साथ चल पड़ू उसी के नाम जिंदगी कर देता हूँ,!!
*सम्राट कि कलम से*
Samrat Shubham Ahirwar
मै शेर तु शायरी बन जा,
मै कलम तो रोशनाई बन जा,
हम जुदा ना हो कभी,
मै गद्दा तु रजाई बन जा,
*सम्राट कि कलम से*
Samrat Shubham Ahirwar
आज ना जाने कहा है मेरी दिलरुबा,
आंखॆ तरस रही और हूँ उसके ख्यालो मे डूबा!!
दिल नहीं लगता उसके बिन अब,
मर ना जाऊ आ जाओ मेरी महबूबा!!
i miss you jan
मेरी बेरंग दुनिया मे प्यार का रंग भर दिया,
मुझे मुझसे चुरा कर अपना बना लिया,
*सम्राट कि कलम से*
Samrat Shubham Ahirwar