जब से तुम्हें चाहा हैं..
किसी और को देखने का मन नहीं करता..!!
जब से तुम्हें चाहा हैं..
किसी और को देखने का मन नहीं करता..!!
एक रोज तुमने थामा था हाथ मेरा..
मेरे हाथो से तेरे हाथो कि खुशबु नहीं जाती..
हर मर्ज़ का इलाज नहीं दवाखाने में..
कुछ दर्द चले जाते है सिर्फ मुस्कुराने में...!!!
ख्वाहिशे तो ना थी कि किसी से दिल लगाऊ..
पर मेरे किस्मत में तु थी तो तुझसे मोहब्बत कैसे ना होती..!!
कुछ काम ऐसे होते है जिनमे फायदा या नूकसान नहीं देखा जाता...
बस उन्हें करना जरूरी होता हैं..!!
Meri jindgi tum se hai,
Itni mohabbat tum se hai,
Mangte rehte hai roj khuda se tum ko
Mujh itni chahat tum se..