मोहब्बत भी कितना प्यारा लफ्ज़ हैं....
पूरा कहने से पहले हीएक होंठ दूसरे होंठ को चुम लेते हैं.
यूँ खाली पलकें झुका देने से नींद नही आती...
सोते वही लोग है जिनके पास किसी की यादें नही होती..!!
तेरी तलब की हद्द ने ऐसा जूनून बख्शा
हम खुद को भूल बेठे तुझे याद करते करते ...
तेरे गम में भी नायाब खजाना ढूँढ लेते हैं !
हम तुम्हें याद करने का बहाना ढूँढ लेते हैं !!!
मोहब्बत करने में चंद लम्हे लगते है !
चोट खा कर भूलने में पूरी जिन्दगी लग जाती है...
कभी दूसरों के लिए दिल से दुआ मांग कर देखो..
अपने लिए मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी..!