Hazaaron Line-en Aisi Ke Har Line pe bug nikle,
Bahut Nikle mere code mein bug Magar phir bhi kam nikle.
दिल धड़कने का सबब याद आया,
वो तेरी याद थी अब याद आया
अजब आरज़ू अनोखी तलब है,
तुझी से तुझ को माँगना चाहता हूँ
हज़ूर आप का ही एहतराम करता चलूं,
इधर से गुज़रा था सोचा सलाम करता चलूं
मैने माशूक बहारों में तुझे देखा है,
चाँदनी रात के सितारों में तुझे देखा है
तबीयत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में,
हम ऐसे में तेरी यादों की चादर तान लेते हैं..