2 Line Shayari

तेरे रोज के वादों पे मर जायेंगे हम,
यूँ ही गुजरी तो गुजर जायेंगे हम..

ख़्वाब सजाकर उसका इंतज़ार करता रहा मैं,
इसी तरह एक बेवफ़ा से प्यार करता रहा मैं..!!

Dil me itne gam chupaye betha hu
ke chehre par utni hi muskurahate liye hue

जिस्म की दरारों से रूह नज़र आने लगी
बहुत अंदर तक तोड़ गया मुझे इश्क़ तेरा..!!

शेर-ओ-शायरी तो दिल बहलाने का एक जरिया है साहिब,
लफ्ज कागज पर उतरने से, महबूब लौटा नहीं करते….!!

हम गए थे उनको मनाने के लिए वो खफा,
अच्छे लगे तो हमने खफा ही रहने दिया..!!