छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते..
मोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना है,
किसे आँखों में रखना है, किसे दिल में बसाना है..
हे भगवान कोई मुझ से नादान न हो
जो इश्क़ करे और सोचे नुक्सान न हो
जरा सी जगह छोड देना अपनी नीदो मै,
क्योकि आज रात तेरे ख्बाबो मै हमारा बसेरा होगा..
ज़िंदगी का फलसफा भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं और साल गुज़रते चले जा रहे हैं!
मत कर हिसाब किसी के प्यार का,
कहीं बाद में तू खुद ही कर्ज़दार न निकले।