2 Line Shayari

जिंदगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज़ रखो
जो तुम्हे ना समझे उन्हें नजर अंदाज़ रखो.

कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगी ज़रूर,
की हासिल होने की उम्मीद ना थी फिर भी मोहब्बत करता था..!!

हा मेरी शिकायत है ये उनकी नज़रों की इनायत है ये,
हा मेरी चाहत है ये हा मेरी चाहत है ये...

किसी ने कहा आपकी आँखे बड़ी खूबसूरत है,
मैने कह दिया की बारिश के बाद अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है..

आदात उनकी कुछ इस तरह हो गयी,
उनकी बेरूख़ी से भी मोहब्बत हो गयी..!!

वो पिला कर जाम लबों से अपनी मोहब्बत का,
अब कहते हैं नशे की आदत अच्छी नही होती !