आपसे दूर भला हम कैसे रह पाते,
दिलसे आपको कैसे भुला पाते,
काश की आप सांसो के अलावा आईने मे भी बसे होते,
खुद को देखते तो आप ही नज़र आते.
वो नादान है बातें समझते नहीं,
ये दिन ये रातें समझते नहीं,
मैं पास भी जाउ तो डर जाते है,
मैं दर्द नही दवा हूँ समझते नही....
आँसुओं को पलकों पे लाया ना कीजिए,
दिल की बातें हर किसी को बताया ना कीजिए,
लोग मुट्ठी में नमक लिए फिरते हैं
अपने हर जख्म दिखाया ना कीजिए
इस जहाँ मे मोहब्बत काश ना होती,
तो सफ़र-ए-ज़िंदगी मे मिठास ना होती,
अगर मिलती बेवफा को सज़ा-ए-मौत,
तो दीवानो की क़ब्रे यू उदास ना होती..!!
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ मुझे तो टूटने की आदत है!
आँसू जो बह रहे है इन्हें बहने दो,
यह कह रहे है दिल की बात कहने दो,
बहुत बेवफा हो तुम यह हम को है मालूम,
तुम अपनी वफ़ा की बात अपने तक ही रहने दो!