Dard Shayari

दर्द से खेलना सिख गये हम

दर्द से खेलना सिख गये हम,
बेवफ़ाई को झेलना सिख गये हम,
क्या बताएँ हमे ज़िंदगी ने किस कदर सख्त बना दिया,
के मौत से पहले कफ़न ओड़ना भी सिख गये हम!

जीते थे कभी किसी के मोहब्बत के बिना

जीते थे कभी किसी के मोहब्बत के बिना,
तुमने जो मोहब्बत सिखलाई तो मुस्कुराना आ गया,
नही मिलने की कोई उमीद एस दिल को,
की अब दिल को तेरे बिना भी रहना आ गया.

हर शब्द मे अर्थ होता है

हर शब्द मे अर्थ होता है,
हर अर्थ मे फ़र्क होता है,
सब कहते है क हम हसते बहुत है,
लेकिन हसनेवालों के दिल में भी दर्द होता है

जो ना कहनी थी बात वो कह गए

जो ना कहनी थी बात वो कह गए,
जो किए थे वादे वो मुकर गये,
वो क्या जाने ज़ख़्म कितनी चोट देगा,
ये तो उन्हे तब पता चलेगा,
जब उनका कोई धोका दे जाएगा!

दिल टूटा तो एक आवाज़ आई

दिल टूटा तो एक आवाज़ आई,
चीर के देखा तो कुछ चीज़ निकल आई,
सोचा क्या होगा इस खाली दिल मैं,
लहू से धोकर देखा तो तेरी तस्वीर निकल आई.

हर दिल मे दर्द छुपा होता है

हर दिल मे दर्द छुपा होता है,
बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कुछ लोग आँखो में दर्द बता देते है,
और किसी का दर्द हसी में छुपा होता है..!!