पानी से प्यास ना बुझी
तो मैखाने की तरफ चल निकला
सोचा शिकायत करूँ तेरी खुदा से
पर खुदा भी तेरा आशिक़ निकला…
किस से सीखू मैं खुदा की बंदगी,
सब लोग खुदा के बँटवारे किए बैठे है,
जो लोग कहते है खुदा कण कण में है,
वही मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे लिए बैठे हैं..!!
सितारों से भरी इस रात में,
जन्नत से भी खूबसूरत ख्वाब आपको आये,
इतनी हसीन हो आने वाली सुबह की,
मांगने से पहले ही आपकी हर मुराद पूरी हो जाये.
तेरी हर अदा पे जान फिदा मेरी,
तू मुझको मिल जाए बस यही दुआ है मेरी,
तेरे बिना मेरी हर खुशी अधूरी,
तू जो मिल जाए तो मेरी हर दुआ पूरी.
गुलाब खिलते रहे ज़िंदगी की राह् में,
हँसी चमकती रहे आप कि निगाह में,
खुशी कि लहर मिलें हर कदम पर आपको,
देता हे ये दिल दुआ बार–बार आपको.
उठा हुआ हर हाथ दुआ के लिए नही होता,
झुका हुआ हर परदा हवा के लिए नही होता,
अपनी ग़लतियों से भी चिराग बुझ जाते है अक्सर,
कसूर हवा का हर बार नही होता.