har sanso me he ehsas tumhara
har dhadkan me he ehsas tumhara
har khayalat me he ehsas tumhara
ya yu kahu ke har ibadat me he ehsas tumhara
हाथो की लकीरों को हम बदलेंगे,
ईश्क मे तकदीरो को बदल देगे,
अगर साथ मीले जो आपका
हम आपकी जिदगी बदल देगे..!!
अगर हम आज भी आपके नहीं हैं,
तो फिर ये हिचकियाँ क्यूँ आपकी याद दिलाती है!!
मैं ये नही कहता की,
कोई तुम्हारे लिए दुआ ना माँगे,
मैं बस इतना चाहता हूँ की,
कोई दुआ मे तुम्हे ना माँगे!
हमारा वजूद नहीं किसी तलवार
और तख़्त-ओ-ताज का मोहताज,
हम अपने हुनर और होंठो की हंसी
से लोगो के दिल पे राज करते हैं..
अगर 27 जनवरी को झंडे सम्भाल के रखने की हैसियत ना हो तो,
26 जनवरी को झंडे खरीद के अपनी #मौसमी_देशभक्ति का प्रदर्शन ना करें !!