Love Shayari

कौन कब चाह कर दूर होता हैं

कौन कब चाह कर दूर होता हैं,
हर कोई हालात से मजबूर होता हैं,
हम तो बस इतना जानते हैं,
हर रिश्ता मोती और कोहिनूर होता हैं!!

ख्वाहिशे तो ना थी कि किसी से दिल लगाऊ

ख्वाहिशे तो ना थी कि किसी से दिल लगाऊ..
पर मेरे किस्मत में तु थी तो तुझसे मोहब्बत कैसे ना होती..!!

फ़ासले मिटा कर आपस मे प्यार रखना

फ़ासले मिटा कर आपस मे प्यार रखना,
दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा यूँही बरकरार रखना,
बिछड़ जाए कभी आप से हम,
आँखों मे हमेशा हमारा इंतेजर रखना.

जब से तुम्हें चाहा हैं

जब से तुम्हें चाहा हैं..
किसी और को देखने का मन नहीं करता..!!

कोई ऐसा प्यार का बाज़ार होता

कोई ऐसा प्यार का बाज़ार होता,
जिस में नीलम वो सरेआम होता,
हम उसे खरीदते खुद को बैच कर,
फिर देखते कैसे वो किसी ओर क नाम होता !

दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है

दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है,
बातें करने का अंदाज हुआ करता है,
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती,
सब को अपने प्यार पर नाज हुआ करता है.