तेरी लहराती जुल्फे ना जाने क्या कहती है,
तेरी झुकी नज़रो को देखकर लोग क्या कहते है,
हमने सुनी है आपकी तारीफ़ अपने कानो से,
लोग तो आपको ताज महल कहते है
"में एक शायर तो नहीं,
पर मेरी शायरियों की देन,
सिर्फ तुम हो!!
"प्यार वो तोहफा है,
जिसे इंसान रख तो लेता है....
"पर संभाल नहीं पाता!!
आपकी हसी पे छिडकते हैं हम जान,
आपकी खुशी पे तो है सब कुछ कुर्बान
आपके बिन तो ये जहाँ लगे वीरान
क्यूकी आप तो है जैसे इस दिल का गुलिस्ताँ
मेरे से न मिल पाओ तो,
मेरे ख्वाबों से मिल लेना!
हूबहू मेरे जैसे ही हैं!!
"अकेले कैसे रहा जाता है,
कुछ लोग जिंदगी में,
यही सिखाने आते हैं!!