एक रोज तुमने थामा था हाथ मेरा..
मेरे हाथो से तेरे हाथो कि खुशबु नहीं जाती..
अब की सावन मे पानी बरसा बहुत,
पानी की हर बूँद मे वो आए याद बहुत,
इस सुहाने मौसम मे साथ नहीं यहाँ कोई,
बादलो के साथ इन आँखो से पानी बहा बहुत.
आप को इस दिल में उतार लेने को जी चाहता है,
खूबसूरत से फुलो में डूब जाने को जी चाहता है,
आपका साथ पाकर हम भूल गये सब मैखने,
क्यूंकी उन मैखनो में भी आपका ही चेहरा नज़र आता है….
एक बार कर के ऐतबार लिख दो,
कितना है मुझ से प्यार लिख दो,
कटती नहीं ये ज़िन्दगी अब तेरे बिन,
कितना और करूँ इन्तज़ार लिख दो..!!
आप से दुर हो कर हम जाएँगे कहा,
आप जैसा दोस्त हम पाएँगे कहा,
दिल को कैसे भी संभाल लेंगे,
पर आँखो के आँसू हम छुपाएगे कहा??
अजनबी गलियों से हम गुज़रा नही करते,
दर्दे दिल लिया और दिया नही करते,
ये प्यारा सा रिश्ता सिर्फ़ आपसे है,
वरना इतना याद हम किसी को किया नही करते..