मेरी यादें, मेरा चेहरा, मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में, गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिन तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा रहोगे तुम, तुम्हें रातें रुलायेंगी।
ऐ दिल तू उसका इन्तजार न कर,
जो याद न करे उससे प्यार न कर,
कुछ तो बात है उसमें तभी गुरूर करती है,
चाँद पाने के लिए दिल बेकरार न कर।
मेरे हांथों में जाम के प्याले है
मेरी ज़िन्दगी तेरे हवाले है
न रौंद तू इस तरह मेरी चाहत को ज़ालिम
मेरे दिल में तेरी मोहोब्बत के छाले है..!!
आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने,
तब शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी.
कभी कभी क़िस्सी से ऐसा
रिश्ता बन जाता है
के हर चीज़ से पहले उसी का
ख़याल आता है!!
नज़र से मिली नज़र मुस्करा कर चले गये,
चन्द लम्हों में ही दिल लुटा कर चले गये,
दिल तड़पता रह गया उनके दीदार के लिए,
वो नकाब में चेहरा छुपा कर चले गये।