Har phool ki ajab kahani

Har phool ki ajab kahani...

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Har phool ki ajab kahani hai,
Chup rehna bhi pyar ki nishani hai,
Kahi koi zakhm nahi phir bhi kyu yeh ehsas hai,
Lagta hai dil ka ek tukda aaj bhi us ke paas hai…

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मर कर तमन्ना जीने जी किसे नही होती

मर कर तमन्ना जीने जी किसे नही होती
रो के खुश होने की तमन्ना किसे नही होती
कह तो दिया के जी लेगे अपनो के बगैर
पर अपनो की तमन्ना किसे नही होती!

उनकी आँखो से काश कोई इशारा तो होता

उनकी आँखो से काश कोई इशारा तो होता,
कुछ मेरे जीने का सहारा तो होता,
तोड़ देते हम हर रस्म ज़माने की,
एक बार ही सही उसने पुकारा तो होता

एक जाम उलफत के नाम

एक जाम उलफत के नाम,
एक जाम मोहबत के नाम,
एक जाम वफ़ा के नाम,
पूरी बोतल बेवफा के नाम,
और पूरा ठेका दोस्तों के नाम.

सारा कसूर तेरे बालो से टपकती इन बूंदों का है,
जिसने मेरे ख्वाबों को दरिया बनाये रखा है..!!

आँखों में नमी थी और विटामिन सी की कमी थी वा वा

आँखों में नमी थी और विटामिन सी की कमी थी, वा वा!
आँखों में नमी थी और विटामिन सी की कमी थी,
जिससे सारी रात चाटिंग की,
वो गर्लफ्रेंड की मम्मी थी!

वो थी, वो हे, और वो ही हमेशा रहेगी, जब दिल एक हे तो,‪
‎दिल में रहेने वाली भी तो एक ही होगी‬!