Sitam Ko Humne Berukhi Samjha,
Pyaar Ko Humne Bandagi Samjha,
Tum Chaahe Hume Jo Bhi Samjho,
Humne To Tumhe Apni Zindagi Samjha.
जन्म से ना तो कोई दोस्त पैदा होता है और ना ही दुश्मन,
वह तो हमारे घमंड, ताकत या व्यवहार से बनते है।
वक़्त आँखों से जब नींदे चुरा लेता है,
दर्द आँखों में घरोंदा बना लेता है ।
ज़ख्म यादों के सिरहाने बैठ जाता है ,
माँ की गोद तन्हाई को बना लेता है।।
अभी उनकी मोहब्बत के कुछ निशान बाकी है,
नाम तो लब पर हैं पर जान बाकी हैं,
क्या हुआ अगर वो देख कर अपना मुंह फेर लेते है,
ये तसल्ली तो हैं की उनमे हमारी पहचान बाकी हैं!
ग़लती नीम की नहीं
कि वो कड़वा है‼
ख़ुदगर्ज़ी जीभ की है
जिसे मीठा पसंद है
ऐ सनम मैं तेरे लिए बदनाम हो जाऊं,
तू अपनी ओर खींचे वो लगाम हो जाऊं,
किसी और मंजिल की चाह नहीं मुझको,
सिर्फ तेरी ही गलियों में गुमनाम हो जाऊं..!!
याद करते हैं दोस्तों को,
यादों से दिल भर आता है,
कभी साथ जीते थे सही,
आज मिलने को दिल तरस जाता है.