किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है

किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है...

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किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है?
जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है?
कितने खायें है धोखे इन राहों में!
फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?

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किसी अच्छे इंसान से अगर कभी कोई गलती हो जाये तो सहन कर लेनी चाहिये.....

क्योँकि

मोती अगर कभी कचरे में गिर भी जाये तो भी उसकी कीमत वो ही रहती हैं..!!

दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है

दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है,
बातें करने का अंदाज हुआ करता है,
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती,
सब को अपने प्यार पर नाज हुआ करता है.

मोहब्बत में रह के जिनका ये इलन है की वो मज़े में है,
या तो वो फकीर है या फिर नशे में है..!!

वक्त की यारी तो हर कोई करता है

वक्त की यारी तो हर कोई करता है
मेरे दोस्त मजा तो तब है,
जब वक्त बदल जाये ओर यार ना बदले

आपसे यह दूरी हमसे सही नही जाती

आपसे यह दूरी हमसे सही नही जाती,
जुदा होके आपसे हमसे रहा नही जाता,
अब तो वापस लौट आइए हमारे पास,
दिल का हाल अब लफ़्ज़ों में कहा नही जाता..!!

प्यार कहते है आशिकी कहते है

प्यार कहते है आशिकी कहते है,
कुछ लोग उसे बंदगी कहते है,
मगर जिसके साथ हमें मोहब्बत है,
हम उन्हें अपनी जिन्दगी कहते है..!!