खैरात में मिली हुई खुशी मुझे अच्छी नही लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह..
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है,
वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते है,
सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं,
कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं।
तेरी दोस्ती की तारीफ ज़ुबान पे आने लगी
दोस्ती की और जिंदगी मुस्कुराने लगी
ये मेरी दोस्ती थी या तेरी अच्छाई
की मेरी हर सांस से तेरे लिए दुआ आने लगी
झूठी मोहब्बत वफा के वादे साथ निभाने की कस्मे,
कितना कुछ करते है लोग सिर्फ वक्त गुजारने के लिए..
गुँथता हूँ हर बार लफ़्ज़ों को नरमी से लेकिन जाने कैसे
मेरी बात नुकीली हो जाती है
रिश्तों की यह दुनिया है निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है दोस्ती तुम्हारी,
मंज़ूर है आँसू भी आखो में हमारी,
अगर आजाये मुस्कान होंठ पे तुम्हारी..!!