दिल को दर्द और ज़हन को आराम लिखूंगा,
इश्क़ की वसीयत पर सारे अरमान लिखूंगा,
लुटा कर दौलत-ऐ-ज़िन्दगी तुझ पर मैं,
सब कुछ तेरी मोहब्बत के नाम लिखूंगा…
दिल को दर्द और ज़हन को आराम लिखूंगा,
इश्क़ की वसीयत पर सारे अरमान लिखूंगा,
लुटा कर दौलत-ऐ-ज़िन्दगी तुझ पर मैं,
सब कुछ तेरी मोहब्बत के नाम लिखूंगा…