लेहर आती है, किनारे से पलट जाती है..
याद आती है, दिल में सिमट जाती है..
दोनो में फरक सिर्फ़ इतना है,
लेहर बेवक़्त आती है..
और याद हर वक़्त आती है..
Wo bhul gaye unhe hasaya kisne tha..
Jab wo ruthe they to manaya kisne tha..
Wo khete hain wo bahut achche hai..
Shayad wo bhul gaye unhe ye bataya kisne tha..
ये दिल न जाने क्या कर बैठा,
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा
इस जमींन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता,
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा..
तुम सदा मुस्कुराते रहो ये तमन्ना है हमारी,
हर दुआ में माँगी है बस खुशी तुम्हारी,
तुम सारी दुनिया को दोस्त बना कर देख लो,
फ़िर भी महसूस करोगे कमी हमारी।
लेहर आती है, किनारे से पलट जाती है..
याद आती है, दिल में सिमट जाती है..
दोनो में फरक सिर्फ़ इतना है,
लेहर बेवक़्त आती है..
और याद हर वक़्त आती है..