सलीका परदे का बड़ा अजीब रक्खा है,
निगाहें जो क़ातिल हैं उन्हें ही ख़ुला रक्खा है..!!
ना जाने वो कौन तेरा हबीब होगा,
तेरे हाथों में जिसका नसीब होगा,
कोई तुम्हें चाहे ये कोई बड़ी बात नहीं,
लेकिन तुम जिसको चाहो वो खुश नसीब होगा..
मैं चिरागों की भला कैसे हिफाज़त करता?
वक़्त सूरज को भी हर रोज़ बुझा देता है...!!
मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ,
मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ,
कब पूछा मैंने कि क्यूँ दूर हो मुझसे,
मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ।
एक दिन जब हम दुनिया से चले जायेंगे ,
मत सोचना हम आपको भूल जायेंगे,
बस एक बार आसमान के तरफ देखना,
मेरे पैगाम सितारों पर लिखे नज़र आएंगे..
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है,
जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये ।
हर साँस में उनकी याद होती है,
मेरी आंखों को उनकी तलाश होती है,
कितनी खूबसूरत है चीज ये मोहब्बत,
कि दिल धड़कने में भी उनकी आवाज होती है।