दिल तो तोड़ा था मैंने पर उनका नहीं , खुद का।
खता माफ करना ऐ खुदा, उनकी खुशी खुद से ज्यादा प्यारी है मुझे।
ना आता है इजहार करना..!
दिल ये नादान बरा है कर बैठा है प्यार।
अब ये परेशान बरा है।
कबूल करले वो दिल-ऐ-मोहब्बत हमारी।
हर ख्वाहिशों मे बस यही एक अरमान रहा है।
ना आता है इजहार करना..!
खुद की तकलीफों को भुला कर, उन्हें मुस्कुराना सीख ले।
अगर किया जो मोहब्बत है, तो उसे निभाना सीख ले।
हर गम में मिलेगी छुपी हुई खुशी तुझे।
बस एक बार गमों से दिल लगाना सीख ले।
#विशाल_सिंह